नमस्कार दोस्तों! आपका हमारे एक और नए ब्लॉग पोस्ट में स्वागत है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से 10 सबसे बड़ी गलतियां जो निवेशक हमेशा करते है इसके बारे में बताने वाले है। अगर आप भी एक शेयर मार्केट निवेशक है और ट्रेडिंग या निवेश करते है तब तो आपको इस लेख को अंतिम तक जरूर पढ़ना चाहिए।
दोस्तों अगर हम शेयर मार्केट में सही तरीके से निवेश करने से शुरुआत करें तो इससे नुकसान होने की संभावना काफी कम हो जाती है। लेकिन अगर गलत अप्रोच से निवेश किया जाए तो इससे कॉफी ज्यादा नुकसान भी हो सकता है।
देखें तो शेयर मार्केट में लगभग 90% लोग ऐसे होते है जिन्हे शेयर मार्केट से नुकसान होता है और वहीं काफी कम लोग ऐसे होते है जो शेयर मार्केट से बिना नुकसान उठाए लाखों कमा लेते है। अगर हम इन पर नजर डाले तो जो लोग शेयर मार्केट से बिना नुकसान के अच्छा पैसा कमा लेते है।
वे लोग 10 सबसे बड़ी गलतियां जो निवेशक हमेशा करते है इन गलतियों को वे कभी नहीं करते है। इसलिए आपको भी आज हमारे द्वारा बताए इन गलतियों को अच्छे से देखना चाहिए आज कोशिश करें की ऐसा गलती न करें।
तो चलिए दोस्तों बिना समय गंवाए जल्दी से जान लेते है वे कौन से है, 10 Biggest Mistakes Of Stock Market In Hindi जिससे निवेशकों को शेयर मार्केट से अच्छा लाभ नही होता है।
10 सबसे बड़ी गलतियां जो निवेशक हमेशा करते है
1. गलत शेयरों का चुनाव
लोगों की सबसे पहले गलती यह रहती है की वे अच्छे शेयर का चुनाव नहीं कर पाते है और उन्हें नुकसान होता है। अगर आप निवेश लंबे समय के लिए कर रहे है तो आपको इस गलती पर ध्यान जरूर देना चाहिए। अगर आप इस गलती से बचना चाहते है तब तो आपको सबसे पहले किसी भी कम्पनी के शेयर का 5 साल का रिकॉर्ड चेक करना चाहिए।
ऐसा Ticker, Google Finance, Screener, Nseguide, Equitymaster, Bigpaisa जैसी वेबसाइट्स पर जाकर आप कर सकते है। वैसे अगर आप अच्छे शेयर का चुनाव करना चाहते है तो इसके लिए आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए –
- सबसे पहले यह देखना है की कम्पनी का रिटर्न ऑन कैपिटल इंप्लॉइड (ROCE) कितना है।
- अगर यह 15% ये ऊपर है तब तो यह ठीक है।
- कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR)
- यह 10% से ऊपर हो तभी अच्छा है।
- प्राइस ऑफ अर्निंग रेश्यो (PER)
- PE Ratio 20% से काम हो तब ठीक है। क्योंकि इससे मालूम होता है की कम्पनी की शेयर अर्निंग का कितना गुना मुख्य शेयर बाजार में है। यह कितना कम होता है उतना ही ठीक है।
- कम्पनी का Growth कितना है, और आने वाले समय में कितना ही सकता है? इसका भी ध्यान आपको रखना चाहिए।
- इसके आलावा आपको कम्पनी के Economic Moat पर भी ध्यान देना चाहिए।
- अगर आप Economic Moat को समझना चाहते है तो इसके लिए आपको कंपनी की वेबसाइट, एनुअल रिपोर्ट, इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन का अध्ययन करना चहिए।
2. इन्वेस्टिंग को जुआ समझना
ज्यादातर लोग तो शेयर मार्केट में इन्वेस्टिंग को जुआ समझते है, और उन्हें लगता है इन्वेस्टिंग से मुनाफा और नुकसान ये हमारे लक पर डिपेंड होता है और वे यही सोचकर किसी भी कंपनी में निवेश करने में घबराते है। वे लोग यह सोचते है, की अगर हमारा लक अच्छा रहा तो हम भी पैसे बना लेंगे वरना कोई बात नहीं।
लेकिन बता दें की शेयर बाजार को पूर्ण रूप से जुआ नहीं कहा जा सकता। दोस्तों शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना जुआ जैसा बिलकुल भी नहीं है। इन्वेस्टिंग का सीधा मतलब किसी कंपनी का पार्टनर बनना होता है। इसलिए हमें किसी भी कंपनी में अच्छे से सोचकर निवेश करना चाहिए।
ताकि जैसे जैसे कम्पनी का प्रॉफिट बड़े वैसे वैसे हमारी भी प्रॉफिट बड़े। लेकिन अगर हम अपने किस्मत के भरोसे छोटे छोटे कम्पनी और लॉस करने वाली कम्पनियों में निवेश करते है तो इससे नुकसान के आलावा और कुछ नहीं होगा। इसलिए आपको इंवेश्टिंग को जुआ नहीं समझना है।
3. शेयर मार्केट से अधिक उम्मीद लेकर कदम रखना
अक्सर शेयर बाजार में ये देखा जाता है की जब भी कोई नए निवेशक आता है तो वह काफी अधिक उम्मीद लेकर आता है। जिसके कारण वह बिना किसी कम्पनी के शेयर को समय दे यानी की कम्पनी को अच्छे से समझे बिना ही निवेश करते जाता है। जिसके परिणाम स्वरूप इससे उस व्यक्ति का अत्यधिक हानि हो जाता है।
इसलिए अगर आप शेयर मार्केट के नए निवेशक है तब आपको अधिक उम्मीद लेकर इसमें कदम कदापि नहीं रखना चाहिए। बता दें शेयर बाजार में धन बढ़ने में समय लगता है और इसलिए आपको जल्दी मुनाफा कमाने की लालच से निवेश नहीं करना है। इंसान का लालच ही अक्सर उसका नुकसान का कारण बनता है।
आगर आपको पैसे की जरूरत है तो हमेशा ध्यान दें की आपको पांच सालों के भीतर किसी भी ऐसे कंपनी में पैसे नहीं डालना है जिसकी आपको आवश्यकता न हों। ऐसा इसलिए क्योंकि शेयर बाजार की स्थितियां ज्यादातर परिवर्तन के अधीन होते है।
और आपके निवेश को बढ़ने में समय लग जाता है। इसलिए आपको शेयर मार्केट से कम से कम उम्मीद रखना चाहिए। और जैसे जैसे आपको मुनाफा बढ़ता है वैसे वैसे आपको अपनी इच्छा को को भी बढ़ना है।
4. बिना Knowledge और Research किये इन्वेस्ट करना
10 सबसे बड़ी गलतियां जो निवेशक हमेशा करते है की लिस्ट में यह चौथा गलती है। यहां कुछ लोग ऐसे भी होते है जो किसी भी शेयर में निवेश TV चैनल पर या दोस्तों से या पेपर में देखकर कर देते है। कुल मिलाकर कहे तो ऐसे लोग किसी भी शेयर के बारे में थोड़ी सी ही जानकारी पा कर उसे अच्छा मानने लगते है और उसमें निवेश कर बैठते है।
लेकिन बता दें की ऐसा करना आपके लिए अत्यधिक हानिकारक साबित हो सकता है। आपको TV चैनल पर, दोस्तों से या पेपर आए खबरों को देखकर किसी भी कम्पनी के शेयर कर निवेश नहीं कर देना है। आपको सबसे पहले तो आपको जिस कंपनी में आप निवेश करने जा रहे है उसकी आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए।
और हमें किसी भी स्टॉक पर बिना सोचे समझे निवेश नहीं करना चाहिए। अगर आपका शेयर आपको Short Term में भले ही थोडा पैसे बना कर दे रहा है तो आपको Long Term की ख्वाहिश ज्यादा देखनी नहीं है क्योंकि Long Term में हमेशा निवेशकों का नुकसान ही हुआ है।।
आगर आपके दोस्त, रिलेटिव या कोई भी किसी शेयर के बारे में जानकारी दे रहा होता है, तो आपको उसे अच्छे से समझ लेना है, लेकिन उतने में ही आपको निवेश नहीं करना है। हमेशा निवेश करने से पहले या किसी भी शेयर को खरीदने से पहले उसके बारे में आपके से और रिसर्च करना चाहिए। तभी जाकर निवेश करना सही कहलाता है और नुकसान भी कम होता है।
आपको किसी भी कम्पनी में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी लेना है, की कम्पनी कितनी Profit कमाती है, कम्पनी की फ्यूचर में क्या Growth है, इस कम्पनी के बराबरी में और कौन सी कम्पनी है, और क्या वह कम्पनी अपने उस रिलेटिव कम्पनी से आगे निकल सकती है? और आप ये सारी जानकारी आप उस कम्पनी की वेबसाइट या गूगल में स्थित डाटा से पता लगा सकते है।
5. धैर्य (Patience) की कमी
शेयर बाजार में निवेश करते रहने से हमारे सामने कुछ ऐसी स्थितियां भी सामने आ जाती है जिसमे हमने निवेश करने के अच्छे विकल्प मिलते नहीं है। इसके साथ हमारे द्वारा किसी निवेश में भी किसी प्रकार को कोई वृद्धि दर्ज नहीं होती है। यह वह स्थिति होता है जब शेयर बाजार आपके नए नए ऊंचाइयों को छू रहा होता है और नए कीर्तिमान स्थापित करते रहते है।
और इस समय अधिकांश कंपनियों के शेयर में अच्छी वृद्धि देखने को मिलती है या कुछ के नीचे भी जाने लगते है। तब इस समय हमारे मन में बेचैनी होने लगता है की अब कौन सा शेयर खरीदना चाहिए? क्योंकि जो शेयर हमारे पोर्टफोलियो में होते है उसमे ना तो वृद्धि होता है, या थोड़ा थोड़ा बढ़ोतरी होती है।
क्योंकि वह पहले से ही नई नई ऊंचाइयों को छू लेते है। अगर शेयर मार्केट की Long Term तक ऐसी ही स्थिति देखने को मिलता है तो हम इससे ऊबने लगते है और हमारी शेयर मार्केट के प्रति जो उत्सुकता होती है वह भी कम होती जाती है और हम अपने धैर्य को भी खोने लगते है।
और हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते है जिससे हमें काफी ज्यादा नुकसान हो जाता है। जैसे की जिन शेयरों को हमारे पोर्टफोलियो का हिस्सा होना चाहिए उन्ही को हम बेच देते है तथा जिन शेयरों को हमें नहीं खरीदना चाहिए उसी शेयरों को हम खरीद लेते है।
तब दोस्तों आपको ऐसी स्थिति में अपने धैर्य को खोना नहीं है और जिस शेयर में निवेश किए रहोगे उसके बारे में और जानकारी लेने के कोशिश करना है। कम समय में अधिक पैसे कमाने के लिए Intraday Trading Or Derivatives Trading (Future/Option) की ओर आकर्षित होने नहीं लगना है।
अगर आप शेयर मार्केट से लॉन्ग टर्म तक पैसा कमाना चाहते है तो आपको धैर्य के महत्व को समझना चाहिए।
6. बाजार के उतार चढ़ाव को लेकर ओवररिएक्ट करना
दोस्तों यह तो आपको लोगो को मालूम ही होगा की शेयर बाजार अस्थिर है और उसमें लागतार उतार चढ़ाव आता ही रहता है और बता दें की शेयर बाजार की इस उतार चढ़ाव पर जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया करना एक बड़ी गलती हो सकती है। क्योंकि इससे मजबूत निवेश रणनीतियों के बजाय केवल भावनाओं के आधार पर आवेगी निर्णय ले सकते है।
जब आपको बाजार में बार बार उतार चढ़ाव देखने को मिले तो उसे ओवररिएक्ट करके इग्नोर नहीं करना है, बल्कि उसके ऊपर अपने ठंडे दिमाग रखकर अपने निवेश योजना के मुताबिक निर्णय लेना है और आग बाजार में छोटी समय के लिए उतार चढ़ाव आते है तो उसे देखकर कई निवेशक जल्दबाजी में अपने पैसे से हाथ धो बैठते है।
इसलिए आपको बाजार के छोटे मोटे उतार चढ़ाव के आधार पर जल्दबाजी से निर्णय नहीं लेना है। कई लोगो के मन में इस पोस्ट को पढ़ते पढ़ते ये सवाल आ रहा होगा की बाजार में उतार चढ़ाव आता क्यों है? तो बता दें की शेयर बाजार को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी यानी SEBI) के नियमों के मुताबिक चलना पढ़ता। जिसके कारण इसमें उतार चढ़ाव आते रहते है।
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7. झुंड के पीछे भागना
एक गलती और है जिसे हर नए निवेशक जरूरत करते ही है और वह है झुंड के पीछे भागना। आज के समय में कई निवेशक निवेश के फैसले को दूसरों से सुनते है या कुछ लोग जिस शेयर को अच्छा बता रहे होते है इसके आधार पर फैसला लेते है। तो बता दें की अगर यह गलती भी आप करते है तो यह काफी खतरनाक हो सकता है।
क्योंकि वैसे लोग शेयर को उसके बढ़ते हुए कीमत में खरीद लेते हैं, और जो शेयर खरदते है वह कुछ समय बाद नीचे चला जाता है। जिसके कारण उनको शेयरों को नुकसान में बेचना पढ़ता है। इसलिए आपको किसी भी झुंड के पूछे नहीं भागना है।
और आपको किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले दोस्तों या रिलेटिव के समूह से बातचीत करनी है, लेकिन अपने से रिसर्च भी करना है और यह लॉन्ग टर्म तक शेयर मार्केट में बने रहने के लिए काफी महत्वपूर्ण भी है। सिर्फ यही नहीं बल्कि ऐसा करने से नुकसान भी कम होता है।
आप लोगो को तो मशहूर निवेशक Warren Buffett जी का यह कथन सुना ही होगा –
“Be Fearful when others are greedy when others are fearful.” इसका मतलब यह है जब दूसरे लालची हों तो भयभीत रहें और जब दूसरे भयभीत हों तो लालची बनें।”
वारेन बफेट जी का यह कथन शेयर बाजार के दृष्टिकोण से बिलकुल सटीक बैठता है। इसका सीधा मतलब है की आपको झुंड और भीड़ से दूरी बनाए रखना चाहिए। हालाकि जानकारी के लिए आप इसका प्रयोग कर सकते है।
8. बहुत अधिक ट्रेडिंग करना
यदि आप एक एक निवेशक के साथ साथ एक ट्रेडर भी है, और आप बहुत अधिक ट्रेडिंग करते है, तब तो आपको इससे होने वाले नुकसान के बारे में मालूम ही होना चाहिए। इसके नीचे हमने इसकी पूरी जानकारी दे रखी है –
- सबसे पहले तो आपको ट्रेडिंग के दौरान कहां रुकना है और ट्रेडिंग करना है इसके बारे में मालूम होनी चाहिए।
- बहुत अधिक ट्रेडिंग करना आपको व्यापार के लिए प्रेरित कर सकता है।
- इससे हम अधिक धन की लालच में आ सकते है।
- बहुत अधिक ट्रेडिंग करने से आप धन की लालच में आकर निर्णय लेने में गलती कर सकते है।
- यह आपको अपने को बाधित करने के लिए भी प्रेरित कर सकता है।
इस तरह अगर आप एक नए निवेशक है तब हम आपको यह सलाह जरूर देना चाहेंगे की आपको ओवरट्रेडिंग से हमेशा दूर ही रहना चाहिए। या शेयर मार्केट में आने से पहले आपके दिमाग में कंट्रोल पा लें।
9. स्टॉप लॉस नहीं रखना
दोस्तों स्टॉप–लॉस एक निवेशक द्वारा अपने नुकसान को सीमित करने के लिए उपयोग की जाने वाली युक्ति है। यह निवेशक द्वारा एक ब्रोकर को एक निश्चित पूर्व निर्धारित मूल्य तक पहुंचते ही प्रतिभूतियों को बेच देने के आर्डर के रूप में कार्य करता है।और अगर हमारे द्वार लिए गए शेयर तेज़ी में है तब तो हमें स्टॉप लॉस रखनी ही चाहिए।
उदाहरण के लिए आशीष प्रति शेयर ₹1000 की दर से किसी कम्पनी के 50 शेयर खरीदता है। उसके जल्द बाद ही शेयर की कीमत ₹960 तक गिर जाति है। अगर आशीष को अपना नुकसान नहीं कराना है तो वह ₹950 पर ही आपके स्टॉप लॉस के रख देता है। और अगर शेयर की कीमत ₹950 से भी कम पर गिरती है तो ब्रोकरेज नुकसान के दृष्टिकोण से शेयर बेच देंगे।
और वहीं दूसरी ओर यदि शेयर की कीमत ₹1500/- के लिए बढ़ जाती है तो ऐसे में आशीष को अपने शेयर बनाए रखना चाहिए और अपने लाभ को खोना नहीं चाहिए। इसलिए वह शेयर की कीमत ₹1400 तक गिरने पर शेयरों के बेचने के लिए एक स्टॉप लॉस का ऑर्डर रख देता है। इस तरह स्टॉप लॉस ऑर्डर देकर, आशीष अपने लाभ को सुरक्षित रखता है और संभावित नुकसान को रोककर अपने निवेश की रक्षा करता है।
अब तक को आप लोगो को भी यह समझ आ ही गया होगा की शेयर मार्केट में स्टॉप लॉस बनाए रखना कितना जरूरी है। अगर आप एक निवेशक है तब तो आपको स्टॉप लॉस बनाए रखना ही चाहिए। क्योंकि स्टॉप लॉस नहीं रखना ये हमर लिए ज्यादा नुकसान दाए रहता है।
10. आत्मविश्वास की कमी
10 सबसे बड़ी गलतियां जो निवेशक हमेशा करते है के लिस्ट में 10 वें नंबर पर है आत्मविश्वास की कमी। अनुशासन और आत्मविश्वास मतलब Discipline And Confidence की कमी से है। कभी कभी क्या होता है जब किसी निवेशक को निवेश करने के समय कुछ ग्रीन सिग्नल को देखकर यह समझ आ जाता है की इसे तुरंत खरीदलेना चाहिए।
लेकिन यहां जब इसे खरीदने की बात आती है तो निवेशक के अंदर Confidence की कमी हो जाती है, और उस शेयर के प्रति शंका पैदा होने लगती है। और निवेशक शेयर की खरीदने में समय लगा देता है, जिससे उसे बाद में पछताना पड़ता है। कुल मिलाकर देखे तो दोस्तों आपके पास Strict, Control और
Discipline (सख्त, नियंत्रण और अनुशासन) का होना बहुत आवश्यक है।
अगर आपमें में आत्मविश्वास की कमी है, और अगर इसे कारण से आप किसी अच्छे शेयर में निवेश नहीं कर पाते है तो इसके लिए नीचे हमने सरल उपाय बताए हुए है, जिसका प्रयोग आपको ज़रूर करना चाहिए –
- एकमुश्त निवेश करने से बचें
- व्यवहार संबंधी पूर्वाग्रहों से बचें
- कभी भी घबराहट में रिडीम न करें
- अपने निवेश लक्ष्यों पर कायम रहें
- विविधता
FAQs:
1. सबसे आम निवेश गलतियां क्या हैं?
आम निवेश की गलतियां – प्रदर्शन का पीछा करना, चूक जाने का डर और नकारात्मक बातों पर ध्यान केंद्रित करना।
2. गलत निवेश क्या है?
ऐसा निवेश जिसमे आपको मुनाफा नहीं जीता है या फिर उम्मीद से कम मुनाफा होता है।
3. लोग निवेश क्यों करते हैं?
निवेश का मुख्य उद्देश्य धन में वृद्धि करना है। लोग अपने धन को बढ़ाने के लिए और संपत्ति बनाने के लिए करते है।
4. कंपनी के शेयर की कीमत क्यों गिरती है?
Demand और Supply के कारण कभी शेयर में बढ़ोतरी देखने को मिलती है तो कभी शेयर में गिरावट देखने को मिलती है।
Conclusion (10 सबसे बड़ी गलतियां जो निवेशक हमेशा करते है)
इस तरह देखे तो दोस्तों आपको निवेश या ट्रेडिंग के समय ऐसी गलतियां करने से बचना चाहिए, जिससे बाजार से आप भी अच्छी कमाई कर सकते है और आपको किसी भी शेयर को खरीदते समय धैर्य रखना चाहिए और हमेशा शोध करते रहना चाहिए।
आज की इस पोस्ट में हमने आप लोगो को 10 सबसे बड़ी गलतियां जो निवेशक हमेशा करते है इसके बारे में विस्तार से जानकारी दिया है। हम आशा करते है की आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई होगी और अगर आपको यह लेख अच्छी लगी होगी तो उसे अपने दोस्तों और रिलेटिव के साथ शेयर जरुर करें। ताकि वे लोग भी इसके बारे में जान सके
और निवेश करते समय कोई भी गलती न कर सके। साथ ही इस पोस्ट को 5 स्तर रेटिंग दें और कॉमेंट करके अपनी राय जरूर दे। वहीं अगर आपको इसी तरह की जानकारी पसंद है तो कृपया हमारे साथ टेलीग्राम और व्हाट्सएप पर जुड़े।
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