Dividend Meaning in Hindi, Dividend का मतलब क्या होता है, डिविडेंड क्या होता है, डिविडेंड क्या है, डिविडेंड कैसे काम करता है, What is Dividend Meaning in Hindi, Dividend देने वाली कंपनियां….
Hello दोस्तों, आज मैं आपको बताने वाला हूं शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है यानी की Dividend Meaning In Hindi अगर आपको भी Dividend के बारे में जानना है, तो इस लेख को आखिर तक जरूर पढ़ें। दोस्तों आप इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं,
तो इसका मतलब है की आप भी शेयर बाजार में रुचि रखते होंगे। शेयर बाजार में हम जब किसी कंपनी के शेयर्स लेते हैं तो हमें 2 तरह से फायदा होता है, पहला तब जब कम्पनी ग्रोथ करे और उसके शेयर प्राइस में वृद्धि हो और दूसरा तब जब कम्पनी आपको Dividend दे।
आपने भी कई बार सुना होगा की इस कम्पनी ने इतना डिविडेंड दिया, उस कम्पनी ने उतना तब आपके मन में यह जरूर सवाल आया होगा की आखिर ये डिविडेंड क्या होता है और इसी का जवाब जानने के लिए आप हमारे इस पोस्ट को पढ़ भी रहे हैं।
तो दोस्तों चलिए अब इस सवाल Dividend Kya Hota Hai के बारे में जाने। लेकिन आपसे एक रिक्वेस्ट है की पोस्ट को पूरा पढ़िएगा और अगर पोस्ट अच्छा लगे तो इसे शेयर करें और 5 Star Rating भी देना न भूलें।
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डिविडेंड क्या होता है – Dividend Meaning In Hindi
Dividend किसी भी कम्पनी के लाभांश (लाभ का अंश/हिस्सा) होता है। जब कोई कम्पनी काफी अच्छी ग्रोथ करती है तो वे अपने लाभ का कुछ प्रतिशत हिस्सा अपने निवेशकों को दे देती है इसे ही Dividend कहते हैं। यही Dividend Meaning in Hindi का सही जवाब है।
लेकिन दोस्तों ऐसा बिल्कुल नहीं है की अच्छी ग्रोथ करने वाली हर कम्पनियां डिविडेंड देती है। कुछ कम्पनियां अपने ऊपर लगे कर्जे को कम करती है, तो कुछ अपने व्यापार को और बढ़ाने के लिए इसका उपयोग करती है। अक्सर पाया गया है की बड़ी कंपनियां ही अच्छा डिविडेंड देती है।
निवेशकों को यह पैसा यानी की Dividend, तिमाही, छमाही या फिर सालाना बेसिस पे दिया जाता है। कोई कम्पनी कम डिविडेंड देती है, तो कोई कम्पनी ज्यादा डिविडेंड, डिविडेंड देने से पहले कंपनियां Announcement भी करती है।
डिविडेंड को हिंदी में क्या कहते है
Dividend को हिंदी में ‘लाभांश’ कहते हैं। यानी इसका Hindi ट्रांसलेट लाभांश होता है। कंपनी अपने शुद्ध लाभ (Nett Profit) का एक हिस्सा यानी लाभ को शेयरधारकों को देते है, उसे ही Dividend कहते हैं।
डिविडेंड से इनकम कैसे होती है
यह आपके और आपने जिस कम्पनी के शेयर खरीदें है उसके ऊपर निर्भर है की आपकी इनकम कैसे और कितनी होगी। मतलब की यदि आपने किसी कम्पनी के कम शेयर्स खरीदें है तो आपको डिविडेंड भी कम ही मिलेगा, लेकिन अगर आपने ज्यादा शेयर खरीदें है, तो आपको Dividend भी अधिक मिलेगा।
Dividend Per Share (DPS) क्या होता है
यदि आपके पास किसी कम्पनी के 10 शेयर है और कम्पनी हर एक धरे पे 5 रुपए डिविडेंड देती है, तो इसे ही Dividend Per Share कहा जायेगा। यानी की एक शेयर पर जितना Dividend दिया जाता है वही Dividend Per Share कहलाता है।
Dividend Yield क्या है
यदि कोई कम्पनी शेयर प्राइस पर डिविडेंड देती है, तो वो शेयर प्राइस पर जितने प्रतिशत (%) का डिविडेंड देगी उसी को Dividend Yield कहते हैं। जैसे की मान लो अभी किसी कम्पनी के Share Price 100 रुपए है और वह कंपनी 5 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड देती है, तो 100 रुपए का 5 प्रतिशत 5 रुपए होगा, तो यहां 5% Dividend Yield कहलाएगा।
Dividend का उदाहरण (Example of Dividend In Hindi)
अगर आपके पास किसी कम्पनी जैसे की Reliance कंपनी के 100 शेयर मौजूद हैं और कम्पनी प्रति शेयर के हिसाब से 20 रुपए डिविडेंड देती है, तो आपकी Dividend Income (100 × 20 = 2000) रुपये होगी।
डिविडेंड को समझना क्यों जरूरी है (Why Is It Important To Understand Dividends?)
दोस्तों Dividend को समझना बहुत जरूरी है क्योंकि आप इससे उस कम्पनी के बारे में काफी कुछ जानकारी हासिल कर सकते हैं जो Dividend दे रही हो। Dividend से आप कम्पनी का व्यवसाय क्या है, Future Vision क्या है, Dividend के पूछे क्या मकसद है, कम्पनी के Plans क्या क्या है, मैनेजमेंट ईमानदार है या नहीं आदि जैसे बातों का पता लगा सकते हैं।
इन सब चीजों के बारे में जानने के लिए आपको यह देखना होगा की कम्पनी के Past Dividend Track क्या रहा है? इससे आप आसानी से इन सब चीजों का पता लगा सकते हैं।
कौन सी कंपनियां डिविडेंड देती है (Which Companies Pay Dividends)
दोस्तों मैने आपको उपर ही बताया की हर कंपनियां डिविडेंड नहीं देती है, केवल कुछ ही कंपनियां डिविडेंड देती है। तो ये डिविडेंड देने वाली कंपनियां कौन सी है, इसके बारे में अभी आप जानेंगे। Dividend हमेशा वही कंपनियां देती है जो बड़ी हो और प्रोफिट में चल रही हो।
Loss में चलने वाली कंपनियां कभी भी Dividend नहीं देती। क्योंकि अगर लॉस में चलने वाली कम्पनी डिविडेंड देगी, तो इसको और भी अधिक नुकसान उठाना पड़ जायेगा। Dividend देना Stock Market में Maturity का निशान माना जाता है।
लेकिन यह भी जरूरी नहीं है को को कंपनियां बड़ी है और उनका अगर प्रॉफिट अच्छा खासा हो जाता है तो वो भी Dividend दे। कभी कभी ये कंपनियां प्रॉफिट से कमाए हुए धन को अपने व्यवसाय पर लगा देती गई, ताकि और धन कमा सके और आगे बढ़ सके, जो की सही भी है।
क्योंकि अगर आज वे इस प्रॉफिट को अपने व्यवसाय में लगाते हैं, तो को उन्हें इससे कहीं गुना अधिक प्रॉफिट मिल सकता है और फिर ये अच्छा खासा डिविडेंड भी दे सकती है। अब यदि आप ऐसा समझ रहे होंगे कि अपने व्यवसाय पर जब कम्पनी पूरा धन खर्च करती है, तो निवेशकों का कोई फायदा नहीं होता।
तो बता दूं की, ऐसा नहीं है। क्योंकि इससे कम्पनी की ग्रोथ होती है और ग्रोथ होने का मतलब है उसके Share Price में भी वृद्धि होगी। इस प्रकार कम्पनी चाहे डिविडेंड आपको दे या न दे, अगर आपने उस कम्पनी में निवेश किया है तो आपको अच्छा खासा फायदा जरूर होता है।
कैसे खोजे डिविडंड देने वाली कंपनियां (How To Find Dividend Paying Companies?)
Dividend Meaning in Hindi के बारे में जानने के बाद आप भी अब Dividend देने वाली कंपनियां खोजना चाहते होंगे और फिर उसमें अच्छा खासा पैसा लगाने की सोच रहे होंगे। दोस्तों अगर आपको सच में Dividend देने वाली कंपनियां चाहिए तो निम्नलिखित Steps को Follow करें-
- सबसे पहले इस लिंक पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने एक नया Dashboard Open होगा, From Date और To Date को भरें।
- Industry को चुनें, यानी की किस Industry की कम्पनी में आप इन्वेस्ट करना चाहते है जो अच्छा खासा डिविडेंड दे।
- उसके बाद Purpose में Dividend का चयन करें।
- फिर Submit के बटन पर क्लिक करें।
बस दोस्तों आपको इतना ही करना है इसके बाद अगर आपने जिस Industry और Date का चयन किया है, इस Industry में अगर कोई कम्पनी उस Date तक Dividend देने वाली होगी तो उसका नाम नीचे लिखा हुआ आपको मिल जायेगा। अन्यथा आपको Industry और Date को बदल कर देखना होगा।
डिविडेंड कितने प्रकार के होते है Types Of Dividend Meaning In Hindi
Dividend Meaning in Hindi, Dividend का मतलब क्या होता है, डिविडेंड क्या होता है, डिविडेंड क्या है, डिविडेंड कैसे काम करता है, What is Dividend Meaning in Hindi, Dividend देने वाली कंपनियां….

दोस्तों मुख्य रूप से Dividend के 5 प्रकार होते हैं, जो निम्नलिखित है-
- Cash Dividend
- Stock Dividend
- Scrip Dividend
- Liquidating Dividend
- Property Dividend
इन सभी Dividend के बारे में आप अगर नहीं जानोगे तो भी चलेगा क्योंकि शेयर बाजार में लिस्टेड लगभग सभी कंपनियां सिर्फ Cash Dividend ही देती है। Isliye आपको Cash Dividend के बारे में जरूर जानना चाहिए। बता दें की Cash Dividend के भी 2 प्रकार होते है। जैसे की –
➡️ 1. Interim Dividend Kya Hota Hai
Interim Dividend उन Dividends को कहते हैं, इसे कंपनियां साल के बीच में कभी भी अपने शेयरधारकों को से सकती है। यानी की कम्पनी एक साल में 3 से 4 बार Interim Dividend दे सकती है। लेकिन ऐसा नहीं है की कम्पनी हर बार आपको सेम प्राइस डिविडेंड के रूप में ही दे। हर बार का Dividend Price अलग अलग हो सकता है।
➡️ 2. Final Dividend Kya Hota Hai
जैसा की नाम से ज्ञात हो रहा है की Final यानी की अंतिम। Final Dividend वे Dividend होते है जिसे कम्पनी साल के आखिर में Provide करती है। आपको कंपनी की ओर से सालाना Annual Bases पे जो Dividend मिलता है वही Final Dividend कहलाता है।
डिविडेंड कब दिया जाता है (When Are Dividends Paid?)
Dividend सभी कम्पनियां नहीं देती। इसलिए आपको अगर Dividend चाहिए तो ऊपर बताए गए तरीके का उपयोग कर Dividend देने वाली कम्पनियों का पता लगाए और उनमें इन्वेस्ट करें। जिसके बाद आपको कम्पनी की ओर से Dividend सफलतापूर्वक मिल जायेगा।
कम्पनी Dividend एक तय किए गए तारीख को देती है। चाहे Interim Dividend हो या चाहे Final Dividend दोनों ही एक तय किए गए तारीख को ही मिलते है। Dividend के बारे में कम्पनी अपने Annual General Meeting (AGM) में जानकारी देती है।
दोस्तों कम्पनी लाभांश यानी Dividend देने के लिए कई तारीखों की घोषणा करती है जिनके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।
डिविडेंड की महत्वपूर्ण तारीखें (Important Dates of Dividend Meaning in Hindi)
➡️ 1. Dividend Declaration Date:-
Declaration Date या Dividend Declaration Date उन तारीखों को कहते हैं जब कम्पनी अपने AGM में डिविडेंड देने की घोषणा करती है। इस घोषणा में मुख्य रूप से डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन की तारीख, लाभांश की राशि और Record Date की घोषणा की जाती हैं।
साथ ही Dividend के पीछे की वजहों और Future Vision के साथ साथ प्रॉफिट के बारे में भी कम्पनी जानकारी देती है। ताकि निवेशकों को कोई गलतफहमी न हो सके और वे कम्पनी के साथ जुड़े रहे।
➡️ 2. Record Date:-
डिविडेंड डिक्लेरेशन डेट (Dividend Declaration Date) को ही Record Date के बारे में भी जानकारी दी जाती हैं। सही कंपनीयां के पास उनके शेयर धारकों की एक रिकॉर्ड बुक होती है, जिसमें उन सभी शेयर धारकों के नाम दर्ज होते हैं।
जो की हर दिन बदलती भी रहती है, क्योंकि हर दिन कोई न कोई नया व्यक्ति शेयर्स खरीदता है और कोई पुराना व्यक्ति शेयर्स बेच देता हैं। इसीलिए एक रिकॉर्ड डेट तय की जाती है। इस Record Date के दिन जिन निवेशकों का नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज होगा केवल उन्हें ही डिविडेंड दिया जाएगा।
अगर रिकॉर्ड बुक में आपका नाम नहीं है और आपने उस कम्पनी के शेयर खरीद लिए जो Dividend देने वाली है, तो मेरे भाई आपको कुछ नहीं मिलने वाला। क्योंकि जिन लोगों को Dividend देना है उनके नाम पहले से ही चुन लिए गए हैं।
➡️ 3. Ex-Dividend Date:-
Ex-Dividend Date सामान्य तौर पर रिकॉर्ड डेट के 2 दिन पहले वाले Date को कहा जाता है और अधिकतर कम्पनियां भी इसी दिन को अपने Ex-Dividend Date चुनती है। दोस्तों अगर आपको किसी Particular Company के डिविडेंड प्राप्त करना है,
तो आपको उस कंपनी के कुछ शेयर अपने हिसाब से एक्स-डिविडेंड डेट से पहले ही खरीदने होंगे। अगर आप Ex-Dividend Date के दिन या फिर उसके बाद किसी दूसरे डिक शेयर खरीदते हैं, तो आपको कोई भी डिविडेंड नहीं मिलेगा। ऐसी स्थिति में आपने जिस व्यव्ति से शेयर लिया है उसे ही Dividend मिलेगा।
चाहे उसके पास अब उस कम्पनी के डिविडेंड रहे या न रहे। क्योंकि उसका नाम तो कम्पनी ही पहले से ही चुन लिया होता है।
➡️ 4. Payment Date:-
यह डिविडेंड के आखिरी तारीख होती है। क्योंकि इसी दिन शेयर होल्डर डिविडेंड प्राप्त करते है। मतलब इसी दिन आपको Dividend मिलता है। आशा करता हूं की डिविडेंड का क्या मतलब होता है, डिविडेंड क्या है, Dividend Meaning in Hindi और Dividend की प्रमुख तारीखों के बारे में अच्छे से समझ आया होगा।
अगर इसके बौजुद आपको डिविडेंड की महत्वपूर्ण तारीखों के बारे में कोई Doubt है, या फिर समझ नहीं आ रहा तो चलो इसे उदाहरण द्वारा समझते हैं। लेकिन अगर आपको यह समझ आ गया होगा तो इस उदाहरण वाले स्टेप के स्किप करके आप आगे की जानकारी पढ़ सकते हैं।
मान लो कोई कम्पनी है जिसने 15 April को चुना है तो Dividend की बाकी तारीखें निम्नलिखित होंगी-
- Dividend Declaration Date – 1 March 2023
- Ex-Dividend Date – 26 March 2023
- Record Date – 28 March 2023
- Payment Date – 15 April 2023
निवेशकों को डिविडेंड कैसे मिलता है
दोस्तों मैने आपको ये बताया की कंपनियां डिविडेंड कब देती है, कैसे देती है और क्यों देती है। लेकिन ये नहीं बताया है की ये डिविडेंड निवेशकों को कैसे प्राप्त होता है, उन्हे उनके बैंक खाते में प्राप्त होगा या उनके डीमेट अकाउंट में।
दोस्तों Dividend आपको आपके बैंक अकाउंट में मिलेगा। मान लो आपके पास एक डीमेट अकाउंट है, जो की Upstox कर स्थित है। तो आपने अपने डीमेट अकाउंट को अपने जिस भी Bank से जोड़ा होगा उसी बैंक में आपके डिविडेंड के पैसे आएंगे।
डिविडेंड कैसे कैलकुलेट करे (How To Calculate Dividend In Hindi)

दोस्तों कम्पनी घोषणा कर देती है की वो जल्द ही Dividend देने वाली है। लेकिन आपको यह भी जरूर ज्ञात करना आना चाहिए की आपको कितना डिविडेंड मिलेगा। Dividend Calculate करने का एक फार्मूला होता है। आप उसकी मदद से आसानी से डिविडेंड कैलकुलेट कर सकते हैं।
Dividend = Current Stock Price × Dividend Yield × Number Of Shares (जितने आपके पास है)
यही वो फार्मूला है जिसकी मदद से आप Dividend Calculate कर सकते हैं। इस फार्मूले की सहायता से कैलकुलेट करने हेतु आपके पास मुख्य रूप से 3 चीजों का होना जरूरी है –
- पहला: कम्पनी का वर्तमान मार्केट/ शेयर प्राइस, जो की आपको Google से पता चल जाएंगे (Example – Search: Reliance Share Price)
- दूसरा: Yield जो की शेयर चार्ट के नीचे छोटे छोटे अक्षरों में लिखा हुआ आपको दिख जायेगा
- तीसरा: आपके पास उस कम्पनी के कितने शेयर्स मौजूद है, यह आपको आपके Investment App पर दिख जायेगा।
डिविडंड से अच्छा लाभ कैसे उठाए
आम तौर पर यह देखा गया है की कंपनियां अपने शेयर धारकों को ही डिविडेंड देती है। मतलब की अगर आपके पास कम्पनी के शेयर्स मौजूद है, तभी आपको Dividende मिलेंगे, अन्यथा आप डिविडेंड का लाभ नहीं उठा सकेंगे। साथ ही आपको यह भी पता होगा की शेयर बाजार से शेयर खरीदने पर
2 दिन में ही आपके डीमेट अकाउंट में वे शेयर्स आ जाते हैं। लेकिन अगर आपको Dividend का फायदा उठाना है, तो आपको सबसे पहले Record Date से 3 या 4 दिन पूर्व उस कम्पनी के कुछ शेयर्स, अपने बजट के हिसाब से खरीद लेना है। जिससे Record Date तक आपके खाते में उस कम्पनी के शेयर्स आ जायेंगे
और आपका नाम भी उस लिस्ट में आजाएगा, जिसमे डिविडेंड जिन जिन को देना है उनका नाम रहता है। जिसके बाद आपके बैंक खाते में Dividend आ जायेंगे और आप अब चाहें तो उस कम्पनी के शेयर्स बेच सकते हैं या फिर होल्ड करके भी रख सकते हैं, अगर कम्पनी अच्छी है तो आपको फ्यूचर में तगड़ा रिटर्न भी मिल जायेगा।
लेकिन दोस्तों बता दूं की यह तरीका आपको काफी सरल लग रहा होगा, जो है भी। कई लोग इसी तरीका का उपयोग कर अच्छा खासा Amount Dividend से प्राप्त कर लेते हैं। लेकिन Dividende देने के बाद कई बार कंपनी के शेयर प्राइस गिर भी जाते हैं, ऐसी स्थिति में आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इसलिए आप अगर इस तरीका का उपयोग करें तो सोच समझ कर ही करें और अपने ही रिश्क में करें। क्योंकि आपको जो नुकसान होगा उसका जवाबदेही आप खुद रहेंगे और कोई दूसरा व्यक्ति नहीं। हां, लेकिन अगर शेयर प्राइस नहीं गिरे तो आपको तगड़ा फायदा हो सकता है।
Cum Dividend और Ex. Dividend क्या होता है
Dividend Meaning in Hindi का यह काफी अच्छा सवाल है, जिसे निवेशकों द्वारा अक्सर पूछा जाता है। यदि कोई इन्वेस्टर Ex. Dividend Date से पहले शेयर्स खरीद लेता है तो वह Dividend प्राप्त करने का हक़दार हो जाता है, इसे ही Cum Dividend कहते हैं।
लेकिन जो निवेशक Ex. Dividend Date के दिन या फिर उसके बाद शेयर खरीदता है, तो उसे डिविडेंड प्राप्त करने का अधिकार नहीं मिल पता इसे Ex. Dividend कहते हैं।
Dividend पर टैक्स कितना देना होता है
दोस्तों भले ही आप लाखों रुपए न छाप रहे हो लेकिन अगर आप कम्पनी से डिविडेंड प्राप्त करते है तो आपको अच्छा खासा Tax भी भरना होगा। ₹5,000 से अधिक का डिविडेंड प्राप्त करने पर 10 प्रतिशत की दर से TDS काटा जाता है। Dividend से हुई इनकम आपके आय से जुड़ जाती है और टैक्सेबल हो जाति है।
डिविडेंड साल में कितनी बार मिलता ह
दोस्तों यह कम्पनी के ऊपर है की वो आपको Dividend कैसे देना चाहती है। अगर कम्पनी आपको Interim Dividend देती है तो वो साल में 2 से 3 बार आपको Dividend देगी। लेकिन कई कंपनियां साल के आखिर में Dividend देती है
और साल में सिर्फ एक बार ही देती है इसे Final Dividend कहते हैं। मतलब की आपको साल में या तो 2 से 3 बार थोड़ा थोड़ा डिविडेंड मिलेगा या फिर साल के आखिर में एक साथ ही अच्छा खासा डिविडेंड मिल जायेगा।
डिविडेंड के फायदे और नुकसान (Advantage And Disadvantages of Dividends in Hindi)
आपने अभी तक केवल यही जाना होगा की Dividend के अच्छे खास फायदे होते है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है क्योंकि इसके कुछ नुकसान भी होते हैं। जिसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए-
फायदे | नुकसान |
अगर आप Dividend देने वाली कंपनि के शेयर खरीद कर Sell नहीं करते हैं और लंबे समय के लिए होल्ड करके रखते हैं तो फिर आपको शेयर प्राइस बढ़ने से तो फायदा होगा ही, साथ ही हर वर्ष जब कम्पनी डिविडेंड देगी तो उससे भी इनकम अच्छा खासा होगा। | यदि आप Trader हो तो आपको इसका बिलकुल भी फायदा नहीं मिलने वाला क्योंकि डिविडेंड पाने के लिए शेयर को होल्ड करके रखना होता है। |
अगर आपको केवल डिविडेंड चाहिए, तो आप रिकॉर्ड डेट से पहले शेयर खरीद सकते हैं और फिर डिविडेंड मिलने के बाद उसे बेचकर एक्स्ट्रा इनकम कर सकते हैं। | कुछ लोग, जब कम्पनी Dividend देने की घोषणा करती है तब शेयर खरीद लेते हैं फिर डिविडेंड मिलने के बाद शेयर बेच देते हैं और कभी कभी शेयर प्राइस कम हो जाता है जिसके चलते उन्हें नुकसान भी हो जाता है। |
क्या डिविडेंड देना कंपनी के लिए सही है
Dividend देना कही ना कही कम्पनी के Equity पर असर डालता है, क्योंकि डिविडेंड कंपनी के मुनाफे का कुछ हिस्सा होता है। लेकिन कंपनी शेयरहोल्डर को डिविडेंड ना दे करके अपने प्रॉफिट से अपने व्यवसाय का विस्तार करने में भी लगा सकते हैं, उससे कम्पनी के साथ साथ आने वाले समय में उसके निवेशकों को भी अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
अगर कंपनी डिविडेंड प्रोवाइड कर रही है तो वह Reserve & Surplus को घटा कर रही है और इसी के चलते Equity भी कम हो रहा है। जब कम्पनी द्वारा Dividend दिया जाता है तब कंपनी के Value के ऊपर इसका कोई खास फर्क नहीं पड़ता लेकिन उसके शेयर प्राइस पर इसका असर जरुर पड़ता है।
क्योंकि जैसे ही कंपनी डिविडेंड देने की घोषणा करता है तब उसके शेयर प्राइस अचानक से बढ़ जाते है क्योंकि इन्वेस्टर Dividend के लालच में इसमें इन्वेस्ट करते हैं और शेयर प्राइस बढ़ जाता है। जिसके बाद Record Date को अनाउंस किया जाता है की कौन कौन इसके लिए योग्य है, तब इसके शेयर प्राइस में गिरावट आने लगता है।
जो निवेशक केवल और केवल Dividend के लिए आए है अब वो इन्वेस्टर इसे बेचना शुरू कर देते हैं। लेकिन दोस्तों ऐसा जरूरी भी नहीं है की हर कंपनी के साथ ऐसा ही होगा, किंतु ज्यादातर कंपनियों के साथ यही होता है, हंलाकी कुछ के साथ नहीं होता।
डिविडेंड से संबंधित कुछ जरूरी बातें-

Dividend Meaning in Hindi से संबंधित कुछ जरूरी बातें जिनका ध्यान आपको जरूर रखना चाहिए-
➡️ 1. Dividend देखकर Share कभी नहीं खरीदना सही है?
दोस्तों यदि आप किसी कम्पनी के शेयर्स लंबे समय के लिए खरीद रहे हो, उसके Dividend को देखकर तो आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। क्योंकि डिविडेंड ही सब कुछ नहीं होता, हमेशा जरूरी नहीं है की को कम्पनी वर्तमान में अच्छा परफॉम कर डिविडेंड डी रही है वो भविष्य में भी अच्छा परफॉर्म करेंगी।
इसलिए आपको कम्पनी का विश्लेषण कारण है, Fundamental Analysis, Technical Analysis आदि करके कम्पनी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी एकत्र करना है, उसके बाद जब आपको लगे कि यह कम्पनी वास्तव में फ्यूचर स्टिक है, लम्बे समय में आपको मालामाल कर सकती है तभी निवेश करें।
क्योंकि शेयर बाजार से एक दिन में जबरदस्त रिटर्न नहीं पाया जा सकता इसमें लगी समय लगता है और अगर आप सिर्फ Dividend के पीछे भागते रहें तो आपको यहां से कुछ खास सफलता नहीं मिलने वाला।
➡️ 2. Dividend देने वाली कंपनियां हमेशा अच्छी नहीं होती?
दोस्तों जो कम्पनी Dividend दे रही है वो हमेशा अच्छी नहीं होती, इस बात को आपको गांठ बांध लेना चाहिए। शेयर बाजार में हमेशा से यह देखा गया है की जो कंपनियां Multibagger Return देती है वे कभी भी डिविडेंड नहीं देती। क्योंकि वे अपने सभी प्रॉफिट को अपने व्यवसाय पर लगा देती है,
इससे उसका अच्छा खासा ग्रोथ होता है। अगर कोई कम्पनी डिविडेंड देने वाली है तो आपको उसके बिजनेस, फ्यूचर प्लानिंग, फ्यूचर विजन, कर्ज, मैनेजमेंट आदि पर भी ध्यान देना चाहिए।
➡️ 3. Dividend के लालच में कर्ज में डूबी कंपनियों में निवेश न करें?
जैसा की आपको मालूम है की कई बार कंपनियां डिविडेंड को 2 से 3 बार में देती है। ऐसे में जब कंपनी पहली बार डिविडेंड की घोषणा करती है तो कुछ निवेशक कम्पनी के बारे में ठीक से जाने बिना ही उसमे निवेश कर देते हैं। शुरू में तो सब सही जाता है मगर बाद में
पता चलता है की कम्पनी कर्ज में डूबी हुई है, जिसके चलते कई बार डिविडेंड पाने के बाजूद निवेशक घाटे में चले जाते हैं, क्योंकि उन्होंने शेयर तो खरीद लिया है किंतु प्राइस कम हो जाने के चलते वे बेच नहीं सकते। अगर कम्पनी के ऊपर कर्ज है, इसके बाऊद वो डिविडेंड बांट रही है तो आपको उससे दूरी बना लेना चाहिए।
ऐसी कंपनियों को अपने प्रॉफिट का कुछ हिस्सा डिविडेंड के बजाय अपने कर्ज को कम करने में लगाना चाहिए। कर्ज होने के बाद भी को कंपनियां Dividend देती है उनके शेयर प्राइस लॉन्ग टर्म में कभी अच्छे से नहीं बढ़ पाते।
➡️ 4. Dividend से अधिक कम्पनी के विश्लेषण पर ध्यान दें।
दोस्तों अगर कोई कम्पनी काफी अधिक डिविडेंड दे रही है तो आपको केवल उसके डिविडेंड पर ही ध्यान नहीं देना है, बल्कि उसका विश्लेषण करने में भी ध्यान देना है। क्योंकि विश्लेषण से आप कम्पनी के बारे में वे चीजें पता कर सकते हैं जो की आपको और कहीं पता नहीं चलेगा।
कुछ लोगों को केवल और केवल Dividend से मतलब होता है, वे यह नहीं देखते की कम्पनी Dividend कैसे दे रही है, क्या वह लोन लेकर Dividend दे रही है या अपने प्रॉफिट का लगभग भूरा हिस्सा Dividend में बर्बाद कर रही है। वे थोड़ा सा ही Dividend पाकर खुश हो जाते हूं।
जो को उनकी सबसे बड़ी गलती रहती है, क्योंकि अभी उन्हें जीतना लाभ हो रहा है फ्यूचर में उन्हें उतना ही नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। Dividend देने के बाद कंपनी की वैल्यू पहले की तुलना में कम हो जाति है। भले ही कम्पनी आपको डिविडेंड देकर खुश कर देती हो, मगर इसका Side Effect उसके Share Price में देखने को मिलता है।
दोस्तों अक्सर वे कंपनियां जो काफी लोकप्रिय होती है या बड़ी होती है वे बिल्कुल भी Dividend नहीं देती और अगर देती है तो बहुत ही कम देती है। क्योंकि वे अपने प्रॉफिट का पूरा हिस्सा केवल और केवल अपन बिजनेस को ग्रोथ मे लगाना पसंद करती है। ऐसी कंपनियां Multibagger रिटर्न भी दे देती है।
इसलिए दोस्तों आपको कभी भी Dividend देखकर निवेश नहीं करना है, बल्कि कम्पनी का अच्छे से विश्लेषण करने के बाद ही निवेश करना है। आपको Ticker जैसी Websites से किसी भी कम्पनी के बारे में जानकारी मिल जाएगी, आप Google की सहायता भी ले सकते हैं।
➡️ 5. पता करें की Dividend देने के पीछे कम्पनी का मकसद क्या है?
यह बहुत ही Important चीज है। अक्सर नए निवेशक भोले भाले होते है और वे Dividend के चलते किसी भी कम्पनी में निवेश कर देते हैं। परंतु वे इस बात पर ध्यान ही नहीं देते को Dividend देने के पीछे कंपनी का मकसद क्या है? लेकिन इसके ऊपर ध्यान जरूर देना चाहिए।
दोस्तों बहुत सारे सरकारी कंपनियां चाहे वो छोटी हो या बड़ी, चाहे वो कर्ज में ही क्यों न डूबी हुई हो वो Dividend देना नहीं छोड़ती। क्योंकि कई लोग केवल Dividend के चलते इन स्टॉक्स में निवेश कर देते है और Life Time तक Dividend पाते रहते हैं। यही कारण है की कुछ सरकारी कंपनियां, इस डर से की कहीं उनके निवेशक रोड पे न आ जाए वे डिविडेंड देते रहते है।
दोस्तों कंपनियों को डिविडेंड देने के बजाय अपने शेयर प्राइज में वृद्धि करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए और ये तब ही मुमकिन है जब कम्पनी अपने प्रॉफिट को डिविडेंड में खर्च न करके अपने व्यवसाय पर खर्च करे। इसका बुरा असर कम्पनी के असली निवेशकों पर अत्यधिक होता है।
क्योंकि केवल कुछ ही निवेशक Dividend के चलते इनमें निवेश करते हैं और जो पहले से ही निवेश कर चुके हैं वे कम्पनी के Share Price में बढोतरी का इंतजार करते रह जायेंगे और शेयर प्राइस में कभी बढोतरी होगी ही नहीं क्योंकि कम्पनी अपने प्रॉफिट को डिविडेंड में खर्च कर रही है।
कम्पनी का मकसद होना चाहिए की Share Price में वृद्धि करना है ताकि निवेशकों को भी अच्छा रिटर्न मिले और वे भी खुशी से रहें। कंपनियां Dividend देने के लिए नहीं खुली है, वे व्यापार करने के लिए खुली है इसलिए कंपनी को अपने बिजनेस पर ही अधिक ध्यान देना चाहिए।
➡️ 6. Dividend Tax के बारे में भी पता कर लें।
आपको यह ज्ञात होना चाहिए कि Dividend हमेशा नेट प्रॉफिट में से ही दिया जाता है मतलब की कम्पनी का वह प्रॉफिट जिस पर कंपनी पहले ही सरकार को Income Tax दे चुकी है। लेकिन कंपनी जब आपको Dividend देती है तो आपको भी Tax देना पड़ता है, क्योंकि आपने उस कम्पनी का Dividend खरीदा है।
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FAQs:
1. शेयर मार्केट में डिविडेंड का मतलब क्या होता है?
Dividend कम्पनी के प्रॉफिट का एक हिस्सा होता है, जिसे वे अपने निवेशकों को देती है।
2. डिविडेंड कैसे मिलता है?
अगर आपने किसी कम्पनी के शेयर्स खरीद रखें है और वे डिविडेंड देने वाली है है तो कम्पनी द्वारा तय किए गए तारीख को Dividend आपके बैंक खाते में मिल जायेगा।
3. डिविडेंड कब कब दिए जाते हैं?
Dividend साल में 3 से 4 बार दिया है या फिर साल के आखिर में बस एक बार दिया जाता है।
4. सबसे ज्यादा डिविडेंड कौन कौन सी कम्पनियां देती हैं?
Sabse ज्यादा डिविडेंड मुख्य रूप से सरकारी कंपनियां ही देती हैं जिनमें Indian Oil Corporation, SAIL, Coal India और ONGC जैसे स्टॉक्स शामिल है।
Conclusion (Dividend Meaning in Hindi)
दोस्तों इस पोस्ट में मैने आपको बताया की Dividend क्या है, Dividend Meaning in Hindi, Dividend का मतलब क्या होता है आशा करता हूं की आपको इसके बारे में अच्छे से समझ आगया होगा। साथ ही आई पोस्ट से काफी कुछ नया जानने के और नया सीखने को भी मिला होगा।
दोस्तों मैने आपको Dividend के बारे में हर चीज बताया है, इसके नुकसान भी बताएं है। अब यह आपके ऊपर निर्भर करता है की आप Dividend के आधार पर कम्पनी चुनते हैं या कम्पनी का विश्लेषण कर उस चुनते है और निवेश करते हैं।
आखिर में जाते जाते आपसे केवल मैं यही कहूंगा की अगर आपके मन में Dividend को लेकर अभी भी कोई सवाल या Doubt है तो कृपया करके कॉमेंट के जरूर बताएं। हम आपकी पूरी सहायता करने का प्रयाश करेंगे। साथ ही अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा तो इसे 5 Star Rating जरूर दे।
और अपने सभी दोस्तों और सभी सोसल मीडिया पर शेयर भी करें, ताकि अन्य लोगों को भी Dividend Meaning in Hindi के बारे में पता चल सके।
धन्यवाद!
हमेशा सीखते रहिए ❤️
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