म्युचल फंड कितने प्रकार के होते है | Types of Mutual Fund in Hindi (2023)

म्युचल फंड कितने प्रकार के होते है

Types of Mutual Fund in Hindi : नमस्कार दोस्तों आपका हमारे एक और नए ब्लॉग पोस्ट के स्वागत हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल की मदद से म्युचल फंड कितने प्रकार के होते है इसके बारे में विस्तार से बताने वाले है। 

जब से हमारे देश में Bank FD की ब्याज दर कम हुई है, तब से लोग म्यूचुअल फंड में निवेश करने को लेकर उत्सुक और बेताब रहते है। वैसे भी म्यूचुअल फंड का मैनेजर क्यूप्को निवेश करने के तरीके को काफी बारीकियों से समझता है। 

म्यूचुअल फंड का मैनेजर भविष्य में संभावित नुकसान का आकलन करके आपके पैसे को इस प्रकार निवेश करता है, की आपको कम से कम नुकसान हो, और मुनाफा अधिक हो। इसलिये फाइनेंशियल एक्सपर्ट, भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह दे है।

तो दोस्तों अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने का मन बना ही लिया है, तब बता दें की म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको इसके ये जरूर मालूम ही होना चाहिए, की म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते है

लेकिन अब आपको इन सवालों को जानने के लिए किसी और जगह जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि हम आज इस लेख के माध्यम से म्यूचुअल फंड के बारे में ही जानकारी देने वाले है, की म्युचल फंड कितने प्रकार के होते है एवम कौन सा म्यूचुअल फंड किसके लिए है?

इसलिए अगर आप म्यूचुअल फंड के बारे में जानना चाहते है, तो इस लेख को अंतिम तक जरूर पढ़े। लेकिन हम सबसे पहले जानेंगे की म्यूचुअल फंड क्या होता है ताकि आपको इसके प्रकारो को समझने में आसानी हो सके। 

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म्यूचुअल फंड क्या होता है – What is Mutual Fund in Hindi

दोस्तों म्यूचुअल फंड का हिंदी मतलब “पारस्परिक निधि” होता है। अगर आसान भाषा में बोले तो म्यूचुअल फंड एक व्यवस्थित निवेश प्रकिया है। जिसके तहत विभिन्न निवेशकों से पैसा लिया जाता है और फिर उनके पैसों को स्टॉक, बॉन्ड, सोना के जैसे ही अन्य सरकारी फंड में निवेश किया जाता है। 

इस तरह देखे तो म्यूचुअल फंड में किया गया निवेश सामूहिक निवेश (Group Investment) होता है और निवेश करने से जो भी मुनाफा होता है, लोगों के निवेश के मुताबिक उन्हें अलग अलग करके दे दिया जाता है। 

Mutual Fund कितने प्रकार के होते है 

आप लोगो को तो ये पता चल ही गया होगा की म्यूचुअल फंड आखिर होता क्या है अब यहां सवाल आता है, में म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते है तो बता दें Asset Class के अनुसार म्यूच्यूअल फण्ड के तीन प्रकार होते है, जिसको हमने नीचे बताया हुआ है।

  1. इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund)
  2. डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund)
  3. हाइब्रिड फंड (Hybrid Fund)

दोस्तो ये तीनों म्यूचुअल फंड के ही प्रकार हैं, चलिए अब इन्हें एक एक करके विस्तार से जानते हैं। 

1. इक्विटी म्यूचुअल फंड – Equity Mutual Fund

दोस्तों इक्विटी ने निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड को इक्विटी म्यूचुअल फंड कहते है। इसमें का सारा पैसे शेयर बाजार में ही लगा होता है और यह म्यूचुअल भी कई प्रकार के होते है। जैसे की 

1. 1. स्मॉल कैप फंड (Small Cap Mutual Fund) 

जब कोई म्यूचुअल फंड स्माल कैप कंपनी में निवेश करता है, तो वह स्माल कैप फंड कहलाता है। इसमें निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिलता ही है, लेकिन इसके साथ ही इसमें अधिक जोखिम भी होता है। इसमें 5 हजार करोड़ रुपए के मार्केट कैप वाली कंपनिया आती है। 

1. 2. लार्ज कैप फंड (Large Cap Fund)

जब कोई म्यूचुअल फंड बड़े Market Capitalization वाले कंपनियों के निवेश करता है, तो उसे लार्ज कैप म्यूचुअल फंड कहा जाता है। इसमें वे कम्पनी शामिल है जिनकी Market Capitalization 1 Arab से ज्यादा होते है। जैसे: Reliance , Tata Group , TCS , HDFC Bank आदि।

1. 3. मिड कैप फंड (Mid Cap Fund) 

जब म्यूचुअल फंड मध्यम दर्जे की कंपनियों में निवेश करता है, तो उन कम्पनी में किए गए निवेश को मिड कैप फंड कहते है। इस फंड में आने वाली कम्पनी का Market Capitalization 5 हजार करोड़ से ज्यादा और 1 लाख रुपए से कम होता है।

जानकारी के लिए बता दें की यह म्यूचुअल फंड न ही जल्दी ग्रो होता है और न ही इसमें अधिक जोखिम होता है। 

1. 4. मल्टी कैप फंड (Multi Cap Fund)

दोस्तों यह सबसे प्रचलित और लोकप्रिय प्रकार है इक्विटी म्यूचुअल फंड का। क्योंकि इसमें किसी एक फंड में पैसा लगाने के बजाय विभिन्न श्रेणियों के फंड में पैसा लगाया जा सकता है, जो की काफी अच्छी बात है और निवेशकों को मिलने वाला काफी अच्छा सुविधा भी है। 

1. 5. सेक्टर फंड (Sector Fund) 

म्युचल फंड कितने प्रकार के होते है : दोस्तों इक्विटी फंड का यह फंड काफी ज्यादा जोखिमों से भरा होता है। क्योंकि इस फंड में आपका पैसा पूरी तरह एक ही सेक्टर पर निर्भर करता है। दोस्तों अगर म्यूचुअल फंड ने आपके पैसे ऐसे जगह निवेश कर दिया जिसका रिजल्ट अच्छा नहीं रहा तो नुकसान उठाना भी पढ़ सकता है। 

जैसे की ICICI Prudential Technology Direct Plan Growth Mutual Fund इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। 

2. डेट म्यूचुअल फंड – Debt Mutual Fund

आमतौर पर डेट म्यूचुअल फंड वे फंड होते है, जिनमे निवेशकों को एक निश्चित अवधि के बाद रिटर्न के रूप में एक निश्चित राशि प्राप्त होती है। किसी डेट म्यूचुअल फंड के साथ यह अनिवार्य शर्त है, की उसका कम से कम 65% पैसा बॉन्ड (Bond) या बैंक डिपॉजिट (Bank Deposit) में लगाया जाए। 

जैसे Government Bonds, Company Bonds, Corporate और Fixed Deposit (FD) आदि। बाकी रकम को Equity यानी शेयरों में लगाया जा सकता है।

चूंकि खासकर Debt Fund को Fixed Return देने वाले Bonds में ही लगाया जाता है, इसलिए इसपर रिस्क भी कम होता है। लेकिन बता दें इसमें आपको अधिक रिटर्न की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। 

वैसे अच्छे Debt Fund, Bank Fixed Deposit की अपेक्षा तगड़ी कमाई करके दे सकते है। डेट फंड के मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते है। 

2. 1. गिल्ट फंड (Gilt Fund)

दोस्तों इस फंड के अंतर्गत म्यूचुअल फंड आपके पैसे को केवल सरकारी दस्तावेजों में लगाता है, जिसके कारण इस प्रकार के फंड में नुकसान न के बराबर होता है। इस फंड के प्लान में घाटा हो या फायदा आपको मुनाफा जरूर मिलेगा। गिल्ट फंड दो प्रकार के होते है: शॉर्ट टर्म तथा लॉन्ग टर्म। 

2. 2. जंक बॉन्ड स्कीम (Junk Bond Scheme)

म्युचल फंड कितने प्रकार के होते है : इस प्रकार के फंड में म्यूचुअल फंड पैसे को सिर्फ Corporate Bond में लगाता है। लेकिन इसमें रिस्क भी बहुत ज्यादा होता है। हालाकि इससे रिश्क के चलते गिल्ट फंड से काफी अधिक रिटर्न मिलता है। 

2. 3. फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लांस (Fixed Maturity Plans)

दोस्तों इसे आप Bank FD यानी की Fixed Deposit मान सकते है। क्योंकि इसके भी रिश्क कम होता है, हालाकि कम रिश्क के चलते रिटर्न भी कम हो सकता है। इसमें म्यूचुअल फंड फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान के अंदर Certificate of Deposit, Commercial Paper, Corporate Bond इत्यादि में निवेश करता है।

3. हाइब्रिड फंड (Hybrid Fund) 

जैसे की इसके नाम से ही स्पष्ट हो जाता है की हाइब्रिड फंड इक्विटी और फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज के मिश्रण में निवेश करते है। यह म्युचल फंड कितने प्रकार के होते है के लिस्ट में तीसरा प्रकार है म्यूचुअल फंड का। 

इस हाइब्रिड फंड के भी तीन प्रकार होते हैं-

3. 1. एमआईपी-मासिक आय योजना (MIP-Monthly Income Plan)

दोस्तों इस में 60% से 90% तक निवेश Dept में किया जाता है और बाकी निवेश शेयर मार्केट में किया जया है। यह काफी सुरक्षित फंड माने जाते है क्योंकि इसमें ज्यादातर निवेश डेट इंस्ट्रूमेंट में होते है। यह आपको मंथली इनकम प्लान के साथ साथ, शेयर मार्केट से भी अच्छा रिटर्न देता है।

3. 2. बैलेंस्ड फंड (Balanced Fund)

इस प्रकार के म्यूचुअल फंड में 50 – 50% के रेश्यो के हिसाब से Equity और Debt में निवेश किया जाता है। इसके कारण इस फंड में आपका फायदा और नुकसान भी 50 – 50% होता है।

3. 3. आर्बिट्रेज फंड (Arbitrage Fund)

इस फंड के जरिए बदलते बाजार में निवेश किया जाता है। वैसे इसमें रिश्क बहुत ज्यादा होता है। हालाकि रिटर्न भी अधिक होती है। इस फंड का 65% से अधिक रकम शेयरों में निवेश किया जाता है। 

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FAQs:

1. सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले म्यूचुअल फंड कौन सा है?

सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले म्यूचुअल फंड के नाम- ICICI Prudential Large Fund, ICICI Prudential Midcap Fund, Aditya Birla Sun Life Flexi Cap Fund, Motilal Oswal Midcap Fund और Axis Small Cap Fund है।

2. पिछले 10 सालों में किस म्यूचुअल फंड ने सबसे ज्यादा रिटर्न दिया?

उपस्थित डेटा के मुताबिक 10 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले म्यूचुअल फंड Nippon India Large Cap Fund, Kotak Emerging Equity Fund और Nippon India Small Cap है।

3. म्यूचुअल फंड से कमाई कैसे होती है?

म्यूचुअल फंड में पैसा निवेश करके आप अपने पैसे को विभ्नन प्रकार के दस्तावेजों में निवेश कर सकते है और इससे आपको मार्केट के उप और डाउन से भी कम नुकसान होता है।

4. म्यूचुअल फंड की शुरुआत कैसे करें?

म्यूचुअल फंड की शुरुआत करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी KYC पूरी कर लेनी है। इसका बाद इसकी सत्यापन के लिए आप निवेश सलाहकार के पास जा सकते है।

Conclusion (म्युचल फंड कितने प्रकार के होते है)

हम उम्मीद करते है कि अब आपको म्युचल फंड कितने प्रकार के होते है इसके बारे में पता चल ही गया होगा।  अगर आप एक शुरुआती निवेशक है तब तो आपको शुरुआत में म्यूचुअल फंड में निवेश करनी ही चाहिए। 

क्योंकि म्यूचुअल फंड के मैनेजर आपको अच्छे से जानकारी देता है और आपके साझा पैसे को सही जगह निवेश करता है, जिससे आपको जायदा नुकसान उठाना भी नहीं पड़ता। लेकिन आपको निवेश करने से पहले सही से जानकारी इकट्ठा कर लेनी चाहिए।

अगर आपके मन में कोई सवाल या डाउट हो तो कृपया कॉमेंट करके जरूर पूछें और इस पोस्ट को शेयर करने के साथ साथ 5 स्टार रेटिंग भी दें। 

धन्यवाद! 

हमेशा सीखते रहिए ❤️

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