Net Profit Meaning in Hindi | नेट प्रॉफिट का मतलब क्या है (2023)

Net Profit Meaning in Hindi | नेट प्रॉफिट का मतलब क्या है? (2023)

Hello दोस्तों, आपका स्वागत है हमारे इस नए ब्लॉग पोस्ट में। आज मैं आपको Net Profit Meaning In Hindi यानी की नेट प्रॉफिट का मतलब क्या है? इसके बारे में जानकारी देने वाला हूं। अगर आपको भी Net Profit के बारे में जानना है तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें। 

अक्सर जब हम फाइनेंशियल मार्केट में कुछ लेन देन करते हैं तो वहां पर हमारे सामने Profit-Loss, Tax, Gross Profit जैसे कई सारे शब्द सुनने को मिलते हैं। इन्हीं में से एक शब्द Net Profit भी है। चाहें किसी समान का बिल हों, किसी फिल्म का BOC (Box Office Collection) या किसी कंपनी की बैलेंस शीट हो,

Net Profit हमे अक्सर सुनने को मिल जाता है। दोस्तों, यदि आप कभी शेयर बाजार से जुड़ेंगे या कोई भी छोटा – बड़ा व्यापार करोगे तो इस शब्द का उपयोग आपको हर दिन अपने आसपास देखने को मिलेगा। यहां तक की ट्रेंडिंग जैसी चीजों में भी इसका उपयोग किया जाता है।  

तो चलिए दोस्तों, अब जायदा वक्त न गंवाते हुए Net Profit Meaning in Hindi के बारे में जानते हैं। लेकिन दोस्तों पहले ही बता दूं की इस पोस्ट में मैं आपको केवल नेट प्रॉफिट मीनिंग के बारे में नहीं बताऊंगा बल्कि इसके बारे में हर चीज बताऊंगा, ताकि आपके मन में नेट प्रॉफिट से संबंधित कोई भी सवाल या डाउट न रहे। 

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Net Profit Meaning In Hindi – नेट प्रॉफिट का मतलब क्या है

Net Profit का Hindi मतलब होता है – शुद्ध लाभ। यानी की कोई कम्पनी कुछ प्रोडक्ट वागेरा बेहचकर जो रेवेन्यू जनरेट करती है उस रेवेन्यू में से प्रोडक्ट की लागत और टैक्स जैसी चीजों को निकालकर जो पैसा बचता है, वही Net Profit (शुद्ध लाभ) कहलाता है। 

अगर आपको अभी भी समझ नहीं आया की Net Profit का मतलब क्या है? तो चलिए इसे और अच्छे से समझने की कोशिश करते हैं। दोस्तों मान लिजिए एक व्यक्ति है जिसका नाम है तुषार, अब तुषार के पास एक अच्छी कम्पनी भी है। कम्पनी के माध्यम से वो कुछ टेक्निकल चीजों की बिक्री करता है। 

लेकिन तुषार को इन चीजों को बनाने हेतु आवश्यक सामग्री के साथ साथ और कुछ जरूरी चीज खरीदना होता है, जिसके लिए उसे रुपए खर्च करने पड़ेंगे। पैसे खर्च कर वह अच्छा टेक्निकल प्रोडक्ट बना लेता है जिसे वह मार्केट में उतारता है बेचने के लिए, मगर उसे प्रोडक्ट पर थोड़ा बहुत Tax भी देना होता है। 

आखिर में जब वह प्रोडक्ट बिक जाता है तब उसकी जो कमाई होती है उसे Gross Income, Gross Profit, Revenue आदि नामों से जानते हैं। तुषार को उस प्रोडक्ट को बनाने में कितना खर्च करना पड़ा और जो उसने Tax दिया, इसे उसके रेवेन्यू से घटा देना है। इसके बाद जो इनकम सामने आयेगा वही रहेगा Net Profit (शुद्ध लाभ)

बता दें की Net Profit को Clear Profit, Profit After Tax, Actual Profit, शुद्ध लाभ या वास्तविक लाभ जैसे नामों से भी जाना जाता है। चलिए अब Net Profit को और गहराई से समझते हैं-

नेट प्रॉफिट कैसे निकालते हैं – शुद्ध लाभ फॉर्मूला

Net Profit निकालना कोई बड़ी बात नहीं है, इसे एएसपी आसानी से निकाल सकते हैं। अगर आपने ऊपर वाले पैराग्राफ को अच्छे से पढ़ा होगा तो, आपको समझ आगया होगा की नेट प्रॉफिट कैसे निकाला जाता है। लेकिन चलिए मैं अच्छे से आपको इसके बारे में समझा देता हूं। 

Net Profit निकालने का एक फार्मूला होता है, जो कुछ ऐसा है-

Total Income – Total Expenses = Net Profit

दोस्तों आप भी इस फार्मूले का उपयोग कर आसानी से शुद्ध लाभ निकाल सकते हैं।  

➡️ कंपनी की Total Income किसे कहते है?

कम्पनी की Total Income का अर्थ होता है उसकी कुल कमाई। इसका भी फार्मूला काफी सिंपल सा है। 

Revenue/Sales + Other Income = Total Income

  • दोस्तों यही किसी भी कम्पनी के Total Income को निकालने वाला फॉर्मूला है। कम्पनी चाहे कोई भी वह जो काम कर रही है, अगर उस काम से कम्पनी को फायदा होता है और कम्पनी की अच्छी कमाई होती है, तो उसी कुल कमाई को उस कम्पनी की टोटल इनकम कहेंगे। 
  • कोई कम्पनी जब कुछ प्रोडक्ट बेचकर या सर्विस प्रोवाइड कर या अन्य किसी तरीके से पैसे कमाती है, तो इसे ही Revenue और Sales कहते हैं।
  • Revenue और Sells के अलावा कम्पनी किसी और Way से पैसे कमाती है, तो उसे Other Income कहते हैं।

➡️ कंपनी के Total Expenses क्या हैं?

बता दूं की Total Expenses ज्ञात करने का भी एक फार्मूला होता है। 

Total Expenses = Cost of Goods/ Services + Interest + Operating Expenses + Depreciation Cost + Any Other Expenses + Tax

  • प्रोडक्ट या किसी Service को बनाने में कितना खर्चा आता है, उसी खर्चे को Cost of Goods/ Services कहते हैं। 
  • अगर कम्पनी के ऊपर कर्ज है और उसको इसका ब्याज दिन पड़ता है, तो उसे Interest कहा जायेगा। 
  • कुछ ऐसे खर्चे जिनके बिना कम्पनी आप व्यवसाय नहीं चला सकती, कम्पनी को इन कामों पर खर्चा करना पड़ता है, जैसे की – Company के Rent का किराया, Advertisement, Employee’s Salary, Insurance आदि।
  • कम्पनी के किसी मशीन या उपकार में कोई खराबी आ जाती है तो उनके रिपेयरिंग में पैसे खर्च होते है, जिसे Depreciation Cost कहा जाता है। 
  • कम्पनी को सरकार को आप नेट प्रॉफिट के आधार पर कुछ धन राशि भुगतान करना होता है, यही Tax कहलाता है।
  • इसके अलावा कुछ और खर्चों में पैसे खर्च होते हैं जिन्हें Other Expenses कहा जाता है। Net Profit Meaning in Hindi

➡️ Profit After Tax और Profit Before Tax क्या हैं?

Profit After Tax:- जब हम ऊपर दिए गये खर्चों को कम्पनी के टोटल कमाई से घटा देते हैं तो कंपनी का जो Net Profit निकल आता है उसे ही हम Profit After Tax कहते हैं। यानी की Net Profit को ही Profit After Tax कहते हैं। 

Profit Before Tax:- अगर कम्पनी के Total Expenses में Tax को ना जोड़ा जाए तो उसके बाद जितने भी खर्चे सामने निकलकर आयेंगे उनको कंपनी की Total Income से घटाया जाए तो उसके बाद को Profit आएगा उसे ही Profit Before Tax कहते हैं।

नेट प्रॉफिट मार्जिन क्यों महत्वपूर्ण है (Why is Net Profit Margin Important)

नेट प्रॉफिट मार्जिन ( Net Profit Margin) निवेशकों को यह आकलन करने में सहायता प्रदान करता है कि क्या कंपनी का मैनेजमेंट अपने सेल्स से पर्याप्त लाभ कमा रहा है और क्या ओवरहेड लागत और परिचालन लागत नियंत्रण में है। शुद्ध लाभ मार्जिन किसी भी निवेशक को कोई भी कम्पनी के बारे में काफी कुछ बता सकता है।  

यह किसी कंपनी या व्यवसाय खंड हेतु नेट प्रॉफिट और रेवेन्यू का अनुपात होता है। शुद्ध लाभ मार्जिन को आमतौर पर प्रतिशत (%) के रूप में व्यक्त किया जाता है लेकिन सिर्फ प्रतिशत ही नहीं बल्कि इसे दशमलव (.) के रूप में भी आसानी से व्यक्त किया जा सकता है। 

नेट प्रॉफिट कैपिटल क्या है (What is Net Profit Capital in Hindi)

किसी कंपनी की कुल संपत्तियों और देनदारियों के बीच के अंतर को नेट प्रॉफिट कैपिटल (,शुद्ध कार्यशील पूंजी) कहा जाता है। यह किसी कंपनी की अल्पकालिक वित्तीय स्थिरता, तरलता और अपने संसाधनों का प्रभावी उपयोग करने की क्षमता के गेज के रूप में कार्य करता है। 

आदर्श स्थिति एक सकारात्मक शुद्ध कार्यशील पूंजी शेष है, जो वर्तमान देनदारियों की तुलना में अधिक वर्तमान संपत्ति होने से प्राप्त होती है। एक विश्लेषक मूल्य से क्या शामिल करना या छोड़ना चाहता है, इस पर निर्भर करते हुए, शुद्ध कार्यशील पूंजी की गणना करने के कुछ वैकल्पिक तरीके हैं।

सूत्र (Formula) – 

  • नेट वर्किंग कैपिटल = वर्तमान एसेट्स – वर्तमान लायबिलिटीज
  • नेट वर्किंग कैपिटल = प्राप्य खाते + इन्वेंटरी – खाते देय
  • नेट वर्किंग कैपिटल = करंट एसेट्स (कम कैश) – करंट लायबिलिटीज (कम कर

Gain क्या होता है (What is Gain in Hindi) 

कैपिटल गेन जिसका मतलब होता है पूंजीगत लाभ। किसी कैपिटल एसेट की वैल्यू में जब बढ़ोतरी होता है और इसकी प्राप्ति भी तब मानी जाती है जब एसेट को बेच दिया जाता है। कैपिटल गेन एक वर्ष या एक वर्ष से कम या एक वर्ष से अधिक का हो सकता है। जिसे इनकम टैक्स में जरूर क्लेम करना चाहिए। 

Gain को किसी निवेश की वैल्यू में हुई वृद्धि या कमी के रूप में उल्लेखित या परिभाषित किया जाता है, लेकिन उसे टैक्स योग्य कैपिटल गेन नहीं समझा जाता है। यह कैपिटल नुकसान तब होता है जब किसी एसेट को जितने में खरीदा जाता है और उसकी कीमत की तुलना में कैपिटल एसेट की वैल्यू में गिरावट आई होती है। Net Profit Meaning in Hindi

Net Profit और Gross Profit में अंतर

सबसे पहले बता दूं की कम्पनी की कुल इनकम को ही Gross Profit कहते है। इसमें Tax जैसे चीजों को जोड़ा जाता है। चलिए अब Gross Profit और Net Profit में अंतर के बारे में जानते हैं। 

Gross Profit किसी कम्पनी के उस लाभ को कहते है जो व्यवसाय द्वारा बेची गई सभी वस्तुओं की लागत को घटाकर प्राप्त किया जाता है अर्थात Gross Profit Net Sales = – Cost Of Goods Sold जबकि Net Profit (शुद्ध लाभ) वह लाभ है जो कम्पनी द्वारा कुल आय से प्रत्येक खर्चों को घटाकर प्राप्त किया जाता है।

Net Profit निकालने का फॉर्मूला भी मैंने आपको उपर बता दिया है। Gross Profit, Trading Account का Balance होता है जबकि Net Profit लाभ और हानि खाते के Credit Balance को दर्शाता है।

ऑपरेटिंग और नेट प्रॉफिट में क्या अंतर है?

ऑपरेटिंग प्रॉफिट वह लाभ होता है आइस व्यवसाय या उद्यम की नियमित गतिविधियों से प्राप्त किया जाता है। Net Profit पर पहुंचने के पश्चात और उसमें से जब Operating Expenses जैसे वेतन, टेलीफोन व्यय, बिजली की लागत, किराया, मूल्यह्रास और बीमा को घटाया जाता है,

तब जा के हमें Operating Profit प्राप्त होता है। इसे Interest और Tax से पहले की कमाई (EBIT) भी कहा जा सकता है और यह कोई गैर-परिचालन इनकम नहीं होनी चाहिए। जबकि Net Profit सकारात्मक मूल्य है जो की सभी प्रकार के खर्चों, ब्याज और करों को घटाने के बाद प्राप्त होता है। Net Profit Meaning in Hindi

Net Profit से सम्बंधित जरूरी बातें

  • Net Profit कंपनी के Income Statement पर दिखता है और क्योंकि यह Profit Bottom की तरफ मतलब की नीचे दिखाई देता है। इसीलिए इसे बॉटम लाइन भी कहते हैं क्योंकि यह Revenue और खर्चों के हिसाब में अंतिम लाइन होता है।
  • Net Profit आपको बताता है कि कोई कंपनी कितनी Profitable है यानी कम्पनी प्रॉफिट में है तो यदि कोई कंपनी हर साल अपने नेट प्रॉफिट को बढ़ाती है तो वह कंपनी निवेश यानी निवेश करने योग्य एक अच्छी कंपनी है।
  • ऐसा नहीं है की किए भी कंपनी का नेट प्रॉफिट हमेशा एक जैसा ही रहता है, यह समय-समय पर बदलता रहता है जिसकी वजह से बहुत सारी चीजें होती हैं जैसे: की कंपनी के Sells में कम या ज्यादा होना, Customer Expectation, Profit Margin और इसके अलावा कंपनी के Management के कारण भी Net Profit ऊपर नीचे होता रहता है।
  • साथ ही है कंपनी का Net Profit अलग-अलग ही होता है।
  • Net Profit एक Accounting Figure है जिसे Manipulate यानी छेड़छाड़ भी किया जा सकता है इसीलिए आप जब भी किसी कंपनी का नेट प्रॉफिट निकाल रहे हैं तो यह जरूर देखना कि उसे कैसे Calculate किया गया है।
  • नेट प्रॉफिट से आप किसी कम्पनी का EPS (Earning Per Share) को भी आसानी से कैलकुलेट कर सकते हैं। EPS का मतलब होता है की Company प्रत्येक शेयर पर कितना पैसा कमा रही है।
  • EPS यानी Earning Per Share का फार्मूला- EPS = Net Profit / Total Number of Shares
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FAQs: Related “Net Profit Meaning in Hindi”

1. नेट प्रॉफिट का मतलब क्या होता है?

Net Profit का मतलब होता है ‘शुद्ध लाभ’ यानी कि किसी कंपनी की जितनी भी Total Income (कुल आय) होती है उसमें से अगर उस कंपनी के सभी खर्चों (लागत) को निकाल दें तो वही Company का Net Profit यानी की ‘शुद्ध लाभ’ कहलाता है।

2. नेट प्रॉफिट कैसे निकालते हैं?

नेट प्रॉफिट निकालने के लिए सामान्य सूत्र यही है कि कंपनी को कुल राजस्व में से उसके कुल व्यय घटाकर शुद्ध लाभ प्राप्त हो सकता है। इसका सूत्र कुछ इस प्रकार है – Total Income – Total Expenses = Net Profit

3. शुद्ध लाभ अनुपात क्या है?

यह अनुपात कम्पनी के शुद्ध लाभ और बिक्री के सम्बन्ध को दर्शाता है। यह अनुपात जितना अधिक होगी किसी कम्पनी की स्थिति को उतना ही अच्छा माना जायेगा।

Conclusion (Net Profit Meaning in Hindi)

तो दोस्तों, इस पोस्ट में मैने आपको Net Profit Meaning in Hindi के बारे में बताया हूं। उम्मीद है की मेरे द्वारा लिखा गया यह पोस्ट “Net Profit Meaning in Hindi” आपको अवस्य पसंद आया होगा। दोस्तों अगर इसके बाउजुद, 

आपके मन में कोई सवाल या फिर कोई डाउट नेट प्रॉफिट से संबंधित है, तो कृपया करके कॉमेंट के माध्यम से जरूर हमारे साथ अपनी राय रखें और अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा तो इसे अपने सभी दोस्तों और सभी सोसल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर जरूर करें।

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धन्यवाद!

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